उपक्रम
चारोळी/ रुबाई
विषय- सफर
चले थे सफर पे कौम के लिए कफन तो बाँधा था पहलेसेही मौत को मुठ्ठी में लिया हमने कायरोंने वार कीया पीछेसेही
श्रीमती माणिक नागावे ©® कुरुंदवाड, जिल्हा. कोल्हापूर
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