कविता
युवा और योग
बोल गये ऋषीमुनी ,
महत्व इस योगका ।
सुखी अपने जीवन के लीए
समझो महत्त्व योग का ।
युवावर्ग आज का ,
भरा है बुरे लतों से ।
उपाय इसका एकही ,
दोस्ती करो योग से ।
ताणतणाव जीवन से
परेशान आज युवा है ।
निकल सकता बाहर ,
गर की दोस्ती योग से ।
मन को बनाओ सकारात्मक,
चली जाएगी नकारात्मकता ।
सहज हो सकता है यह ,
योग,प्राणायाम की जागरूकता।
जागो युवक जागो तुम ,
नसीब अपना बदल डालो ।
योग को अपनाकर आज ,
जिंदगी अपनी बदल डालो ।
कवयत्री
श्रीमती माणिक नागावे
कुरुंदवाड, ता.शिरोळ,
जिल्हा. कोल्हापूर.
9881862530
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