राज्यस्तरीय दर्पणकाव्य प्रतियोगीता केलिए
विषय -- शतरंज
शतरंज
जाल है
शतरंज
जीवन का मेल है
शतरंज
हार-जीत का मानव का खेल है
शतरंज
कभी खुशी कभी गम देनेवाला जमानेका झोल है
शतरंज
बडे बडे तख्तोंको ऊलटनेवाला पलटनेवाला ये भयंकर एक आंतरजाल है।
रचना
श्रीमती माणिक नागावे
कुरुंदवाड
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