poems & articles
Friday, 12 June 2020
चारोळी(बहर )
चारोळी
बहर
रानीवनी बहरला वसंत
फुलापानांचा ताटवा डवरला
सुगंधीत तनमन नाचू लागले
फळांचाही मोहर फुलारला
रचना
श्रीमती माणिक नागावे
कुरुंदवाड, जिल्हा. कोल्हापूर
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