प्रतियोगिता के लिए
सुहागन
सुहाग को अपने दिलसे चाहती है हर सुहागन उसीके एहसास से जागा वो नशीबवाली का आँगन
रचना श्रीमती माणिक नागावे कुरुंदवाड , ता. शिरोळ , जि. कोल्हापूर .
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