poems & articles
Saturday, 6 September 2025
चारोळी ( महालक्ष्मी )
महालक्ष्मी
महालक्ष्मी स्तोत्र वलय शोभे
सालंकृत सुहास्य वदनी माता
पंकजासनी विराजे पद्मासनी
कलश संपत्तीचा शुभाशीर्वाद हाता
रचना
श्रीमती माणिक नागावे
कुरुंदवाड, जिल्हा.कोल्हापूर
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