poems & articles
Monday, 27 January 2025
चारोळी (राधा कृष्ण)
राधा कृष्ण
मनी राधाकृष्णाच्या मोरपिसी भाव
विणा हाती हृदयी भक्ती खुले
सुमने शोभती कुंतली चपखल
प्रेमपुष्प युगुलांत अलगद फुले
रचना
श्रीमती माणिक कल्लाप्पा नागावे
कुरुंदवाड जिल्हा कोल्हापूर
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